किसी की लग गई नज़र !
हमारी दोस्ती को...
आँगन मैं मैंने पौधा बोया ही था
कि बारिश आई जमकर !
जम गया पौधा और
खीलखील हँसने लगा...

कुछ ही दिनों में उस पर फूल आ गए
और
बिना कारण मै ही ज़िम्मेदार बन गया... !


07 , अगस्त, 2010