किसी के लिएँ सच्चे ह्रदय से की गई प्रार्थना के शब्द लिखने के बाद ईश्वर को भी पूर्ण श्रद्धा और अधिकार से कह सकते हैं ;
"लीजिएँ,
मैंने कर दिएँ हैं दस्तख़त !"