शेख सादी छोटे थे तब की बात है | वह छोटे थे तब पूरी रात क़ुरान पढ़ रहे थे | उस वक्त पास में बैठे कुछ लोग गहरी नींद में सो रहे थी |

यह देखकर शेख सादी ने अपने अब्बाजान से कहा; "बाबा, देखो , लोग कैसे होते हैं ? खुदा की नमाज़ पढ़ना तो दूर की बात, कोइ सर उठाकर मेरी ओर देखते भी नहीं !"

यह सुनकर शेख के अब्बाजान बोले; " बेटा, तू भी ईन लोगों की तरह सो गया होता तो अच्छा था, जिसकी वजह से तू उन लोगों की निंदा तो नहीं करता... !!"