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"विश्वगाथा" के आँगन में पिछले रविवार को हमने अपनी अलग अलग विधाओं में आप सब के लिएँ किसी एक "अतिथि" के अंतर्गत ब्लॉग की दुनिया की जानीमानी कवयित्री रश्मि प्रभा की कविता प्रस्तुत की थी |
इस बार भी हम ऐसी ही एक सशक्त कवयित्री को प्रस्तुत कर रहे हैं | जिन्हें आप जानते ही हैं | अपना एक काव्य संग्रह देने वाली यह कवयित्री जानती है कि जल्दी पुस्तक देने से अच्छा हो कि उच्च स्तरीय रचनाएं लिखने का आनंद लेना और कविता भावकों के ह्रदय में स्थान पाना ही बड़ा सौभाग्य होता है |
मैं जानता हूँ, आप सब को इंतजार रहेगा कल यानी रविवार की सुबह का... जो एक सक्षम कवयित्री के कलम से अद्भुत कविता से हम सब को प्रसन्न कर देगी और कुछ सीख भी ... | - पंकज त्रिवेदी