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Pankaj Trivedi
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मन के द्वार से...
छोटी सी ज़िंदगी ने ..... - पंकज त्रिवेदी
छोटी सी ज़िंदगी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है | मेरे पास सिर्फ अनुभव ही है, जो मै आप सब के सामने बांटता हूँ | मेरे एक दोस्त है, कविश्री - खलील धनतेजवी | उनकी एक गुजराती ग़ज़ल का एक शेर आपके लिएँ रखता हूँ, आप समझ जायेंगे -
"खाली गझल होय तो फटकारी मारीऐ
आ तो दिलनी वात छे, हांफी जवाय छे |"
(मतलब कि सिर्फ कल्पना के आधार पर बनाई गझल होती तो सूना देते...
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