छोटी सी ज़िंदगी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है | मेरे पास सिर्फ अनुभव ही है, जो मै आप सब के सामने बांटता हूँ | मेरे एक दोस्त है, कविश्री - खलील धनतेजवी | उनकी एक गुजराती ग़ज़ल का एक शेर आपके लिएँ रखता हूँ, आप समझ जायेंगे -

"खाली गझल होय तो फटकारी मारीऐ

आ तो दिलनी वात छे, हांफी जवाय छे |"

(मतलब कि सिर्फ कल्पना के आधार पर बनाई गझल होती तो सूना देते...