Posted by
Pankaj Trivedi
In:
मन के द्वार से...
माँ को चाहो, महिलाओं को सम्मान दो....
माँ को चाहो, महिलाओं को सम्मान दो....
क्यूंकि मानव शरीर ज्यादा से ज्यादा 45 डेल (यूनिट- सायन्स की भाषा में) जितना दर्द सहा पाता है | मगर अपने बच्चे को जन्म देते समय एक स्त्री 57 डेल (यूनिट) जितना दर्द सह लेती है |
जो कि शरीर की 20 हड्डीयां एक साथ टूटने से होता है, उतना दर्द ! अपनी "माँ को प्यार" करो और महिलाओं को सम्मान दो |
This entry was posted on 7:16 AM
and is filed under
मन के द्वार से...
.
You can follow any responses to this entry through
the RSS 2.0 feed.
You can leave a response,
or trackback from your own site.
Posted on
-
0 Comments
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment