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यह नश्वर देह

कब छूटेगा,

किसको पता?

एक पल में झूझना

जीना और

पल पल में मरना !


जन्म हुआ

यही बड़ी आशा,

ईच्छा

संभावना और

वास्तविकता...

जाना तो भले ही

किसी भी पल

एक एक पल में

मनभर जानना,

पाना,

खुश रहना और

जीना

भरसक !!