"विश्वगाथा" पर आज हमारे लिएँ ख़ास "अतिथि" जो है वह पेशे से कॉपीरायटर तथा विज्ञापन व ब्रांड सलाहकार | दिल्ली और एन.सी.आर. की कई विज्ञापन एजेंसियों के लिए और कई नामी गिरामी ब्रांडो के साथ काम करने के बाद स्वयं की विज्ञापन एजेंसी तथा डिजाईन स्टूडियो - ज्योतिपर्व का सञ्चालन. अपने देश, समाज व लोगों से सरोकार को बनाये रखने के लिए कविता को माध्यम बनाने वाले जानेमाने कवि |

उनकी कविताओं में खासियत यह है कि वर्त्तमान घटनाओं के साथ प्रयोगशील कविताओं पर भी अपनी परिकल्पना के चित्र कलम के द्वार बखूबी बनाने की क्षमता रखते हैं | कुछ ही देर में आपके सामने होगी यह कवितायेँ.... "विश्वगाथा" पर...